जैन कहते हैं कि मार्केट्स ने हर बार गिरावट के वक्त पर खुद को टिकाने की क्षमता दिखाई है. कारोबार के अंत तक निफ्टी इस अंतर को भर सकता है.
मिलन वैष्णव कहते हैं कि रियल्टी सेक्टर में गतिविधि देखी जा रही है. इसके साथ ही निवेशक प्रॉफिट बुकिंग के बारे में भी सोच सकते हैं.